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Amarnath Yatra 2024 : बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 30वां जत्था रवाना, श्रद्धालुओं ने बनाया नया रिकॉर्ड

Amarnath Yatra 2024  : बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 30वां जत्था रवाना, श्रद्धालुओं ने बनाया नया रिकॉर्ड

अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) हर साल लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा होती है। इस साल, यह यात्रा अपने नए कीर्तिमान स्थापित करने के साथ और भी विशेष बन गई है। श्रद्धालुओं का 30वां जत्था बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हो चुका है। इस बार 12 साल का रिकॉर्ड टूट गया है, और श्रद्धालुओं की संख्या 4.45 लाख से अधिक हो गई है। आइए, जानते हैं इस यात्रा की विस्तृत जानकारी और इसके महत्त्व को।

यात्रा की शुरुआत और सुरक्षा इंतजाम :

अमरनाथ यात्रा ( Amarnath Yatra 2024 ) की शुरुआत 29 जून 2024 को हुई थी। हर साल की तरह इस साल भी यात्रा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। शनिवार तड़के 1,700 से अधिक तीर्थयात्री दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आधार शिविर से रवाना हुए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यात्रा की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

12 साल का रिकॉर्ड टूटा :

इस साल अमरनाथ यात्रा ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब तक 4.45 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। यह संख्या सिर्फ 29 दिनों में पार हो गई है। पिछले 12 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री इतने कम समय में यात्रा पर गए हैं।

30वां जत्था रवाना :

शनिवार को तीर्थयात्रियों का 30वां जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच 63 वाहनों के काफिले में सुबह 3:25 बजे जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। इस जत्थे में कुल 1,771 तीर्थयात्री शामिल थे। इनमें से 999 तीर्थयात्री अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे मार्ग के माध्यम से तीर्थयात्रा करने के लिए पहलगाम पहुंचे। वहीं, 772 तीर्थयात्री गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन कठिन बालटाल मार्ग को चुना है।

अमरनाथ यात्रा भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। यह यात्रा 52 दिनों की होती है और इसमें लोग बड़े ही उत्साह के साथ शामिल होते हैं। भगवान शिव के भक्तों के लिए यह किसी त्योहार से कम नहीं है। इस साल 29 जून को श्रद्धालुओं का पहला जत्था पवित्र गुफा के दर्शन के लिए गया था।

इस यात्रा में शामिल होकर श्रद्धालु भगवान शिव के दिव्य दर्शन प्राप्त करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के साथ ही श्रद्धालु आध्यात्मिक शांति और आस्था का अनुभव करते हैं। यह यात्रा भक्तों के लिए एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव के साथ ही एक साहसिक यात्रा भी होती है।

रक्षाबंधन के दिन समापन :

अमरनाथ यात्रा का समापन रक्षाबंधन के दिन होता है। इस साल, रक्षाबंधन के दिन, यानी 19 अगस्त को यात्रियों का आखिरी जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होगा और इसके साथ ही इस साल की यात्रा का समापन हो जाएगा। पिछले साल भी 4.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यह यात्रा पूरी की थी।

इस साल की यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और उनकी आस्था ने इस यात्रा को और भी खास बना दिया है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना उनकी अटूट आस्था और विश्वास को दर्शाता है।

श्रद्धालुओं के लिए अमरनाथ यात्रा एक अद्वितीय अनुभव है। ऊंचे पहाड़ों, बर्फ से ढके रास्तों और प्राकृतिक सुंदरता के बीच यह यात्रा भक्तों के लिए एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव होती है। बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ जाता है। यह यात्रा उन्हें अपने धार्मिक विश्वास को और भी मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है।

यात्रा के दौरान चुनौतियाँ  :

Amarnath Yatra 2024 के दौरान श्रद्धालुओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उच्च ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी, ठंडी हवा और बर्फीले रास्ते यात्रा को और भी कठिन बना देते हैं। इसके बावजूद, भक्तों का उत्साह और आस्था उन्हें इन चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा देती है। इस यात्रा में शामिल होकर श्रद्धालु अपनी शारीरिक और मानसिक ताकत का भी परीक्षण करते हैं।

यात्रा के दौरान सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं। मेडिकल कैंप, हेलीकॉप्टर सेवाएँ और अन्य सुविधाएँ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मुहैया कराई जाती हैं। यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थलों और भोजन की व्यवस्था भी की गई है।

समापन

Amarnath Yatra 2024 अपने नए कीर्तिमान और रिकॉर्ड के साथ एक यादगार यात्रा बन गई है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या और उनकी आस्था ने इस यात्रा को और भी खास बना दिया है। भगवान शिव के भक्तों के लिए यह यात्रा एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव के साथ ही जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है।

अमरनाथ यात्रा 2024 के समापन के साथ ही, हम सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हैं और उनके धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव की सराहना करते हैं। आशा है कि अगले साल फिर से श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए इस यात्रा में शामिल होंगे और अपने अनुभव को और भी यादगार बनाएंगे।

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