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Meta ने ChatGPT को टक्कर देने के लिए बनाई Huge योजना, जल्द लॉन्च होगा स्टैंडअलोन ऐप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में आने वाला है एक New मोड़

Meta ने ChatGPT को टक्कर देने के लिए बनाई बड़ी योजना, जल्द लॉन्च होगा स्टैंडअलोन ऐप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में आने वाला है एक नया मोड़

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक नया मोड़ आने वाला है। Meta ने अपने AI चैटबॉट को लेकर एक बड़ी योजना बनाई है, जो OpenAI के ChatGPT और अन्य AI प्लेटफॉर्म्स को सीधी टक्कर देगी। कंपनी अपने डिजिटल असिस्टेंट Meta AI को एक अलग ऐप के रूप में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। यह ऐप यूजर्स को अधिक स्वतंत्र और सहज अनुभव देगा, जिससे वे बेहतर तरीके से AI के साथ इंटरेक्ट कर सकेंगे।

Meta AI चैटबॉट की शुरुआत और विकास

मेटा ने अपना AI चैटबॉट सितंबर 2023 में लॉन्च किया था। यह जनरेटिव AI-पावर्ड डिजिटल असिस्टेंट है, जो यूजर्स के टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के आधार पर सवालों के जवाब दे सकता है और इमेज भी बना सकता है। इसके बाद अप्रैल 2024 में मेटा ने इसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और मैसेंजर जैसे प्लेटफॉर्म्स में इंटीग्रेट कर दिया।

अब, कंपनी ने इस चैटबॉट को और अधिक स्वतंत्र और प्रभावी बनाने के लिए एक नई स्टैंडअलोन ऐप लॉन्च करने की योजना बनाई है। यह ऐप OpenAI के ChatGPT, Google Gemini और Perplexity जैसे टूल्स को चुनौती देने के लिए डिजाइन किया गया है।

Meta की AI ऐप क्यों होगी खास?

फिलहाल, मेटा AI को वेबसाइट, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए एक्सेस किया जा सकता है। लेकिन स्टैंडअलोन ऐप आने के बाद, यह एक अलग पहचान बनाएगा और यूजर्स को AI का उपयोग करने का एक नया तरीका मिलेगा।

1. अलग ऐप का लाभ

  • बेहतर इंटरेक्शन: अभी मेटा AI को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपयोग किया जाता है, लेकिन एक अलग ऐप होने से यूजर्स को बिना किसी बाधा के AI के साथ बातचीत करने का मौका मिलेगा।
  • तेज और अधिक प्रभावी: स्टैंडअलोन ऐप से यह AI अधिक स्मूथ और तेज़ी से काम कर सकेगा।
  • नई सुविधाएं: कंपनी इस ऐप में ऐसे फीचर्स जोड़ सकती है जो अभी अन्य प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध नहीं हैं।

2. OpenAI और Google को टक्कर

OpenAI का ChatGPT, Google का Gemini और Perplexity AI वर्तमान में AI चैटबॉट्स के मार्केट में सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। Meta के पास अभी तक कोई स्टैंडअलोन AI ऐप नहीं थी, जिससे उसका उपयोग सीमित था।

Mark Zuckerberg ने हाल ही में संकेत दिया कि वे AI क्षेत्र में Meta को सबसे आगे ले जाना चाहते हैं। नई ऐप के आने के बाद यह संभव है कि Meta AI, OpenAI और Google के AI टूल्स को कड़ी टक्कर दे सके।

Meta AI की नई ऐप में क्या होगा खास?

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मेटा की नई AI ऐप में कई उन्नत सुविधाएं दी जा सकती हैं, जो इसे प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाएंगी।

1. AI चैटबॉट के अपग्रेडेड फीचर्स

  • बेहतर संवाद: नई ऐप में AI की जवाब देने की क्षमता और अधिक उन्नत होगी, जिससे बातचीत अधिक नैचुरल लगेगी।
  • मल्टी-मॉडल सपोर्ट: यह टेक्स्ट के अलावा इमेज और वीडियो जनरेशन में भी सक्षम हो सकती है।
  • रीयल-टाइम डेटा एक्सेस: AI को लाइव डेटा से अपडेट करने की क्षमता मिल सकती है, जिससे यह अधिक सटीक जानकारी प्रदान कर सके।

2. यूजर्स के लिए पर्सनलाइजेशन

  • व्यक्तिगत सुझाव: AI यूजर की पसंद और आदतों के अनुसार सुझाव देने में सक्षम होगी।
  • कस्टम बॉट क्रिएशन: यूजर्स अपनी जरूरतों के अनुसार कस्टम AI असिस्टेंट बना सकेंगे।

3. बिजनेस और प्रोफेशनल उपयोग के लिए टूल्स

  • कंटेंट क्रिएशन: यह राइटर्स, डिजाइनर्स और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए उपयोगी टूल्स प्रदान कर सकता है।
  • बिजनेस असिस्टेंट: छोटी और बड़ी कंपनियों के लिए यह एक वर्चुअल असिस्टेंट की तरह काम कर सकता है।

Meta AI के लिए पेड सब्सक्रिप्शन?

मेटा AI के पावरफुल वर्जन को यूज करने के लिए कंपनी पेड सब्सक्रिप्शन मॉडल लाने पर भी विचार कर रही है। यदि ऐसा होता है, तो कुछ उन्नत सुविधाएं केवल प्रीमियम यूजर्स के लिए उपलब्ध हो सकती हैं।

संभावित सब्सक्रिप्शन मॉडल:

  • फ्री वर्जन: बेसिक AI फीचर्स उपलब्ध होंगे।
  • प्रीमियम वर्जन: अधिक उन्नत AI क्षमताएं, तेज रिस्पॉन्स टाइम, एडवांस इमेज और वीडियो जनरेशन टूल्स आदि मिल सकते हैं।

Meta की AI रणनीति का भविष्य

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मेटा की यह रणनीति AI मार्केट में बड़ा बदलाव ला सकती है। अभी OpenAI और Google के AI मॉडल्स मार्केट पर हावी हैं, लेकिन मेटा  की नई ऐप के आने से प्रतिस्पर्धा और तेज़ हो जाएगी।

  • Meta AI का इंप्रूवमेंट: कंपनी लगातार अपने AI मॉडल को सुधार रही है, जिससे यह और अधिक इंटेलिजेंट और उपयोगी बन सके।
  • AI टेक्नोलॉजी में निवेश: Meta AI को मजबूत करने के लिए कंपनी बड़े स्तर पर AI रिसर्च और डेवलपमेंट में निवेश कर रही है।
  • यूजर्स की जरूरतों को ध्यान में रखना: Zuckerberg और मेटा की टीम लगातार यूजर्स से फीडबैक ले रही है और उनके सुझावों को लागू करने का प्रयास कर रही है।

निष्कर्ष

मेटा AI की नई स्टैंडअलोन ऐप आने वाले समय में AI इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला सकती है। यह न केवल OpenAI के ChatGPT और Google Gemini को चुनौती देगी, बल्कि AI टेक्नोलॉजी के उपयोग का एक नया तरीका भी प्रस्तुत करेगी। यदि यह ऐप सफल होती है, तो मेटा AI बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर सकती है और डिजिटल असिस्टेंट्स की दुनिया में एक नई क्रांति ला सकती है।

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https://khabarhartaraf.com/chandra-grahan-in-india/

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https://www.abplive.com/technology/meta-to-launch-meta-ai-as-standalone-app-to-counter-chatgpt-2893818

https://youtube.com/shorts/0-rva9tzxfc?si=M_03u5QYxNq2_mLs

 

 

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