Mutual funds सबके लिए सही नहीं, ऐसा क्यों? अगर आप भी SIP करते हैं तो जरूर जान लें ये 5 अहम बातें!
Mutual funds सबके लिए सही नहीं, ऐसा क्यों? अगर आप भी SIP करते हैं तो जरूर जानें
आजकल हर तरफ ‘Mutual Fund Sahi Hai’ का नारा सुनाई देता है। टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया, यूट्यूब—हर जगह कोई न कोई सेलिब्रिटी यह बताता दिखता है कि म्यूचुअल फंड एक बेहतर निवेश विकल्प है। लेकिन क्या वाकई में म्यूचुअल फंड हर किसी के लिए सही है? इसका जवाब है – “नहीं।”
दरअसल, Mutual funds एक बेहतरीन निवेश माध्यम जरूर हो सकता है, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं होता। इसके पीछे कारण है निवेशकों की जानकारी की कमी, जोखिम लेने की सीमा, और यह समझ कि SIP करने से ही निवेश सही हो जाता है। आइए जानते हैं विस्तार से कि क्यों म्यूचुअल फंड हर किसी के लिए सही नहीं होता और अगर आप SIP कर रहे हैं तो किन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
1. सिर्फ SIP करने से निवेश समझदार नहीं बनते
म्यूचुअल फंड (Mutual funds) में निवेश करने वाले 80% से ज्यादा निवेशकों को यह तक नहीं मालूम होता कि उनका पैसा किस फंड में लगा है। उनका फंड मैनेजर कौन है? उस फंड का उद्देश्य क्या है? इन सब सवालों के जवाब में अक्सर एक ही जवाब आता है—”हम तो SIP कर रहे हैं।”
यह एक बहुत बड़ी गलती है। SIP (Systematic Investment Plan) सिर्फ एक तरीका है म्यूचुअल फंड में निवेश करने का। लेकिन फंड का चयन, उसकी रणनीति, रिस्क प्रोफाइल, फंड मैनेजर की योग्यता आदि सबसे जरूरी बातें हैं जिन्हें जानना और समझना चाहिए।
2. क्या है आपकी जोखिम उठाने की क्षमता?
म्यूचुअल फंड (Mutual funds) खासकर इक्विटी-आधारित फंड्स जोखिम से जुड़े होते हैं। इसमें मार्केट रिस्क, लिक्विडिटी रिस्क, क्रेडिट रिस्क, इकोनॉमिक रिस्क, और GDP ग्रोथ से जुड़ा जोखिम होता है। अगर आपकी उम्र ज़्यादा है, आप रिटायरमेंट के करीब हैं, या आपका लक्ष्य बहुत छोटा है (जैसे 2-3 साल में घर की पेंटिंग कराना), तो म्यूचुअल फंड आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता।
ऐसे निवेशक जिनकी जोखिम उठाने की क्षमता कम है, उन्हें बेहतर होगा कि वे PPF, FD, या अन्य फिक्स्ड इनकम विकल्पों की ओर रुख करें।
3. रिटर्न को ही सब कुछ न मानें
लोग अक्सर देखते हैं कि पिछले एक साल में किस फंड ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है और उसी में निवेश कर देते हैं। लेकिन यह निवेश का सही तरीका नहीं है। हर म्यूचुअल फंड का उद्देश्य अलग होता है – कुछ पूंजी सुरक्षा पर ध्यान देते हैं, कुछ लंबी अवधि के ग्रोथ पर।
अगर आपकी जरूरत एक स्थिर और सुरक्षित रिटर्न की है, तो एक आक्रामक इक्विटी फंड आपके लिए गलत हो सकता है, भले ही उसने पिछले साल 25% रिटर्न दिया हो।
4. फंड स्कीम की गहराई से जांच करें
Mutual funds में निवेश से पहले जरूरी है कि आप:
- फंड हाउस की निवेश रणनीति समझें।
- फंड मैनेजर का अनुभव और ट्रैक रिकॉर्ड देखें।
- स्कीम का निवेश उद्देश्य और पोर्टफोलियो जानें।
- रिस्क प्रोफाइल और वर्गीकरण (Equity, Debt, Hybrid) का विश्लेषण करें।
इसी कैटेगरी के दो फंड्स भी अलग-अलग प्रदर्शन कर सकते हैं, क्योंकि उनकी रणनीति अलग होती है।
5. निवेश के बाद निगरानी भी जरूरी है
आपने फंड चुन लिया, SIP चालू कर दिया, लेकिन अब आंख मूंदकर बैठ जाना भी गलत है। समय-समय पर अपने फंड की परफॉर्मेंस की समीक्षा करना जरूरी है। देखें कि:
- क्या फंड आपके वित्तीय लक्ष्य के अनुसार प्रदर्शन कर रहा है?
- बाजार की स्थिति में कोई बदलाव आया है क्या?
- क्या फंड का मैनेजर बदल गया है?
- क्या फंड लगातार औसत से खराब प्रदर्शन कर रहा है?
अगर जवाब हां है, तो हो सकता है कि फंड बदलना पड़े। एक गलत फंड में 5 साल तक SIP करने से बेहतर है कि आप शुरुआत में ही सही चुनाव करें और समय-समय पर उसकी समीक्षा करते रहें।
Mutual funds किसके लिए सही है?
- जिनकी उम्र 25 से 45 के बीच है और लंबी अवधि के लक्ष्य हैं।
- जो बाजार के उतार-चढ़ाव को झेलने की मानसिकता रखते हैं।
- जिनकी वित्तीय जानकारी ठीक-ठाक है या जानकारी लेने की इच्छा रखते हैं।
- जो नियमित रूप से निवेश की निगरानी कर सकते हैं।
Mutual funds (किसके लिए सही नहीं है?
- रिटायरमेंट के करीब या रिटायर्ड लोग जिनके पास स्थिर आय का स्रोत नहीं है।
- जो लोग जोखिम नहीं उठा सकते या छोटे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं।
- जिन्हें फाइनेंस की समझ नहीं है और सीखने में रुचि भी नहीं है।
- जो बिना निगरानी के सिर्फ एजेंट या सेलिब्रिटी के कहने पर निवेश करते हैं।
प्रचार और सच्चाई में फर्क समझें
‘म्यूचुअल फंड (Mutual funds) सही है’ एक प्रचार वाक्य है, और यह हमेशा हर व्यक्ति पर लागू नहीं होता। जैसे हर दवा हर रोगी को सूट नहीं करती, वैसे ही हर निवेश विकल्प हर निवेशक के लिए उपयुक्त नहीं होता। प्रचार का मकसद है लोगों को जागरूक करना, लेकिन अंतिम निर्णय समझदारी और जिम्मेदारी से ही लें।
निष्कर्ष:
Mutual funds निवेश के लिए एक प्रभावी तरीका हो सकता है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। SIP एक बेहतर निवेश आदत जरूर है, लेकिन केवल यही काफी नहीं। जरूरी है कि निवेशक खुद को शिक्षित करें, अपने लक्ष्य समझें, जोखिम का मूल्यांकन करें और समझदारी से सही फंड का चुनाव करें।
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