Pani Puri Failed Sample 2024 : स्वाद का जादू या सेहत का खतरा ?
गोलगप्पे , Pani Puri , पुचका , पानी बताशे… चाहे नाम कोई भी हो, लेकिन इसे पूरे भारत में बड़े चाव से खाया जाता है। खासतौर पर महिलाएं जब बाजार जाती हैं तो गोलगप्पे खाकर वापस न आएं तो उनका जाना अधूरा माना जाता है। इन तीखे और चटखारेदार गोलगप्पों का स्वाद सबको भाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है?
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ke anusaar :
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में कर्नाटक में Pani Puri के नमूनों की जांच की और चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। कर्नाटक में बेचे गए पानीपुरी के लगभग 22% नमूने गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे। 260 सैंपलों में से 41 को असुरक्षित घोषित किया गया क्योंकि उनमें कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले एजेंट पाए गए। बाकी 18 सैंपलों की गुणवत्ता भी इतनी खराब थी कि उन्हें खाना नहीं चाहिए।
यह पहला मौका नहीं है जब गोलगप्पे FSSAI के गुणवत्ता मानकों में फेल हुए हैं। वर्षों से विभिन्न राज्यों में ऐसी रिपोर्टें आती रही हैं। वडोदरा में एक जांच में पाया गया कि पानीपुरी का पानी शुद्ध नहीं होता और इसमें पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का उपयोग किया जाता है। इससे पेट और आंतों पर असर पड़ता है और यह कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
कर्नाटक में जांचे गए सैंपलों में ब्रिलियंट ब्लू, सनसेट येलो और टार्ट्राजिन जैसे केमिकल्स मिले जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इन रासायनिक रंगों का उपयोग खाने को आकर्षक बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
इसके पहले भी कर्नाटक सरकार ने फूड कलरिंग एजेंट रोडामाइन-बी पर भी रोक लगाई थी। इस कलर का उपयोग गोभी मंचूरियन और कॉटन कैंडी जैसी खाने की चीजों में हो रहा था। रोडामाइन-बी भी कैंसरजनक होता है और इसके सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कैसे पहचानें कि आपके गोलगप्पे सुरक्षित हैं या नहीं ?
Pani Puri के पानी में मिलावट को आप आसानी से पहचान सकते हैं। इमली का पानी हल्का भूरा होता है। यदि पानी धनिया और पुदीने का है तो यह गहरा हरा होगा। लेकिन यदि इसमें एसिड मिला हुआ है तो यह पानी कड़वा होगा और पीते ही पेट में दर्द हो सकता है।
यह जानना भी जरूरी है कि सड़क किनारे बिकने वाले गोलगप्पे साफ-सफाई के मानकों पर खरे नहीं उतरते। पानीपुरी के पानी में उपयोग किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता संदिग्ध होती है। पानीपुरी बनाने के दौरान उपयोग किए जाने वाले बर्तनों की सफाई भी पूरी तरह सुनिश्चित नहीं होती।
इसके अलावा, बाजार में बिकने वाले गोलगप्पे और इसके पानी में कई बार कीटाणुनाशकों का उपयोग किया जाता है। यह कीटाणुनाशक हमारे शरीर में जाने के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
विकल्प और सावधानियाँ :
अगर आप Pani Puri के दीवाने हैं और इसे खाना नहीं छोड़ सकते तो कुछ बातों का ध्यान रखें। सबसे पहले, जहां तक संभव हो, गोलगप्पे घर पर ही बनाएं। घर पर बनाए गए गोलगप्पे साफ-सुथरे और सुरक्षित होते हैं।
अगर आप बाहर खाने जा रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि विक्रेता साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखता है। पानी की गुणवत्ता की जांच करें और सुनिश्चित करें कि उसमें कोई रासायनिक मिलावट नहीं हो।
गोलगप्पे खाने के बाद अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या होती है, जैसे पेट में दर्द, उल्टी, या दस्त, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
निष्कर्ष
Pani Puri स्वाद में लाजवाब होते हैं और भारतीय स्ट्रीट फूड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। लेकिन इनकी गुणवत्ता पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। बाजार में बिकने वाले Pani puri में मिलावट और अस्वास्थ्यकर सामग्री का उपयोग आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, सावधानी बरतें, साफ-सुथरे और सुरक्षित विकल्पों का चयन करें, और स्वस्थ रहें।
गोलगप्पे का स्वाद जितना ही मजेदार है, उतना ही जरूरी है आपकी सेहत। तो अगली बार जब आप गोलगप्पे खाने जाएं, तो ध्यान रखें कि स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना जरूरी है।
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