Site icon Khabar Har Taraf

Whale Vomit Smuggling : महाराष्ट्र में व्हेल मछली की उल्टी (एम्बरग्रीस) की तस्करी , करोड़ों की कीमत और गहरी साजिश

Whale Vomit Smuggling : महाराष्ट्र में व्हेल मछली की उल्टी (एम्बरग्रीस) की तस्करी , करोड़ों की कीमत और गहरी साजिश

Whale Vomit : महाराष्ट्र में ठाणे की क्राइम ब्रांच ने हाल ही में एक बड़ी तस्करी को नाकाम करते हुए 6.20 करोड़ रुपये मूल्य की 5.6 किलोग्राम एम्बरग्रीस (जिसे आमतौर पर ‘व्हेल की उल्टी’ (Whale Vomit or  Ambergris) कहा जाता है) जब्त की। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी पहचान अनिल भोसले, अंकुश शंकर माली और लक्ष्मण शंकर पाटिल के रूप में की गई।

यह मामला न केवल तस्करी के एक संगठित नेटवर्क को उजागर करता है, बल्कि Whale Vomit (एम्बरग्रीस) के पीछे छिपी अद्वितीय और आकर्षक दुनिया को भी सामने लाता है। यह पदार्थ, जिसे लाखों रुपये में बेचा जाता है, इत्र और औषधियों में उपयोग किया जाता है और इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग है।

एम्बरग्रीस or Whale Vomit की तस्करी का मामला :

ठाणे की अपराध शाखा की कल्याण इकाई ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा, जो एक कार में एम्बरग्रीस की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। ये आरोपी बदलापुर की ओर पाइपलाइन रोड से एम्बरग्रीस लेकर जा रहे थे। तस्करी के इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को धर दबोचा। तीनों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें मंगलवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।

एम्बरग्रीस : क्या है यह पदार्थ ?

एम्बरग्रीस या व्हेल की उल्टी, स्पर्म व्हेल द्वारा उत्पन्न एक मोमी, ठोस और ज्वलनशील पदार्थ है, जो उसकी आंतों में बनता है। यह एक प्राकृतिक और दुर्लभ पदार्थ है, जो समुद्र की लहरों के साथ बहता हुआ कभी-कभी समुद्र तटों पर आ जाता है। इस पदार्थ की विशेषता यह है कि इसका उपयोग प्राचीन समय से इत्र और औषधियों में किया जाता रहा है।

एम्बरग्रीस के अद्भुत गुण इसे महंगे इत्र और दवाओं के उत्पादन में अत्यधिक उपयोगी बनाते हैं। इसकी वजह से इसे ‘समुद्र का सोना’ भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी कीमत सोने से भी अधिक होती है। खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में एम्बरग्रीस की मांग बहुत अधिक है, और 1 किलोग्राम एम्बरग्रीस की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये तक हो सकती है। इसका उपयोग परफ्यूम इंडस्ट्री में लंबे समय तक खुशबू बनाए रखने के लिए किया जाता है।

एम्बरग्रीस की उत्पत्ति और रहस्य :

Whale Vomit समुद्र में विभिन्न प्रकार की छोटी-बड़ी चीजों का सेवन करती है। जब ये चीजें व्हेल की आंतों में पच नहीं पातीं, तो उसकी आंतों में इकट्ठा होकर ठोस पदार्थ में परिवर्तित हो जाती हैं और अंततः व्हेल मछली इसे उल्टी के रूप में निकाल देती है। यह उल्टी समुद्र की सतह पर तैरती रहती है और कभी-कभी तटों पर आ जाती है।

एम्बरग्रीस का रंग और बनावट इसके आयु और उत्पत्ति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। ताजगी में, यह काफी चिपचिपा और गहरे रंग का होता है, लेकिन समय के साथ यह सूख जाता है और मोम की तरह ठोस हो जाता है। इसका रंग भी हल्के पीले या सफेद रंग में बदल सकता है।

कई शताब्दियों तक, इस पदार्थ की उत्पत्ति एक रहस्य बनी रही, लेकिन वैज्ञानिकों ने अंततः यह साबित किया कि यह स्पर्म व्हेल द्वारा उत्पन्न होता है।

एम्बरग्रीस की अवैध तस्करी :

एम्बरग्रीस का व्यापार विभिन्न देशों में अवैध माना जाता है क्योंकि कई देश व्हेल संरक्षण कानूनों के तहत इसे प्रतिबंधित कर चुके हैं। इसके बावजूद, एम्बरग्रीस की अवैध तस्करी में वृद्धि हो रही है। कई तस्कर इसे समुद्र तटों से इकट्ठा करके ऊंची कीमतों पर बेचने का प्रयास करते हैं। इस साल महाराष्ट्र में जून से अब तक 26 लोगों को एम्बरग्रीस के अवैध व्यापार के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।

एम्बरग्रीस के व्यापार पर रोक लगाने के पीछे यह तर्क है कि व्हेल मछलियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। चूंकि स्पर्म व्हेल पहले से ही संकटग्रस्त प्रजातियों की श्रेणी में आती हैं, इसलिए उनके संरक्षण के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। व्हेल की हत्या या उन्हें नुकसान पहुंचाना कानूनन अपराध है, और एम्बरग्रीस के व्यापार पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

महाराष्ट्र में बढ़ती तस्करी की घटनाएं :

महाराष्ट्र में एम्बरग्रीस की तस्करी की घटनाओं में पिछले कुछ वर्षों में तेजी देखी गई है। ठाणे और आसपास के इलाकों में समुद्र तटों के पास से तस्कर एम्बरग्रीस इकट्ठा करने के प्रयासों में लगे रहते हैं। राज्य की क्राइम ब्रांच और तटीय पुलिस इस अवैध व्यापार को रोकने के लिए निरंतर अभियान चला रही हैं।

हाल ही में, ठाणे अपराध शाखा की सफलता ने यह साबित कर दिया कि पुलिस का नेटवर्क तस्करों पर गहरी नजर रखे हुए है और किसी भी अवैध गतिविधि को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।

एम्बरग्रीस की मांग और भविष्य :

यद्यपि कई देशों में एम्बरग्रीस का व्यापार अवैध है, फिर भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी भारी मांग बनी हुई है। विशेषकर परफ्यूम इंडस्ट्री में एम्बरग्रीस का उपयोग इसकी अद्वितीय खुशबू बनाए रखने की क्षमता के कारण अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, पारंपरिक औषधियों में भी इसका उपयोग होता है।

क्या है कानूनी स्थिति?

कई देशों ने एम्बरग्रीस के व्यापार पर रोक लगा रखी है, और इसे बेचना या खरीदना अवैध है। भारत में भी, वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत एम्बरग्रीस की तस्करी अपराध है और इसमें लिप्त पाए जाने वाले लोगों को कठोर सजा का प्रावधान है। पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों के सहयोग से, इस प्रकार के अवैध व्यापार पर नकेल कसी जा रही है।

एम्बरग्रीस या ‘व्हेल उल्टी’ का व्यापार अपने आप में एक जटिल और गहरी साजिश का हिस्सा है, जिसे नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। स्पर्म व्हेल की सुरक्षा और संरक्षण के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं, और इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस की तत्परता और कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ठोस प्रयास जारी हैं।

यह दुर्लभ पदार्थ, जो समुद्र की गहराइयों से आता है, अपने गुणों और बाजार मूल्य के कारण आकर्षक है, लेकिन इसका व्यापार कानूनी बाधाओं में जकड़ा हुआ है।

To know about the news Keratin And Botox Treatment , refer to the link below –

https://khabarhartaraf.com/keratin-and-botox-treatment-2024/

To know more about this news , refer to the link below –

https://www.jagran.com/maharashtra/mumbai-whale-vomit-thane-police-seize-worth-6-crore-arrest-3-smugglers-23806566.html

https://youtube.com/shorts/9VKA4YvLMv8?si=WEeuGE-ZSnwLcCsw

 

Exit mobile version