IAS Abhilasha Sharma : संघर्ष से सफलता की ओर , शानदार रैंक के साथ जमुई की पहली महिला डीएम अभिलाषा शर्मा की प्रेरणादायक यात्रा”
IAS Abhilasha Sharma : संघर्ष से सफलता की ओर , शानदार रैंक के साथ जमुई की पहली महिला डीएम अभिलाषा शर्मा की प्रेरणादायक यात्रा”
Jamui First DM Abhilasha Sharma : 10 सितंबर 2024 का दिन जमुई जिले के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया है, जब अभिलाषा शर्मा ने जिले की पहली महिला जिलाधिकारी (डीएम) का पदभार ग्रहण किया। एक ऐसे जिले में, जहां पहले से 24 पुरुष जिलाधिकारी सेवा दे चुके हैं, पहली बार एक महिला के रूप में अभिलाषा शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनकी यह उपलब्धि न केवल जमुई के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।
संघर्ष और मेहनत से सफलता तक का सफर :
हरियाणा में जन्मी अभिलाषा शर्मा (Abhilasha Sharma) की कहानी संघर्ष, मेहनत और समर्पण की मिसाल है। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद अपने प्रशासनिक सेवाओं में जाने के सपने को साकार करने के लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। हालांकि, इस सफर में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनका आत्मविश्वास और धैर्य उन्हें आगे बढ़ाता रहा।
यूपीएससी (UPSC) जैसी कठिन परीक्षा को पास करना आसान नहीं होता। अभिलाषा शर्मा ने अपने चौथे प्रयास में इस परीक्षा को पास किया और 2017 में 68वीं रैंक हासिल की। यह उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का ही परिणाम था कि उन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में अपना स्थान बनाया।
इंजीनियरिंग से आईएएस तक की यात्रा :
अभिलाषा शर्मा का शैक्षणिक जीवन भी बहुत ही प्रभावशाली रहा है। उन्होंने हरियाणा से अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की और उसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यह तय कर लिया था कि वे यूपीएससी परीक्षा में बैठेंगी। हालांकि, यह निर्णय आसान नहीं था, क्योंकि इंजीनियरिंग से प्रशासनिक सेवाओं की दिशा में जाना अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन उनकी मेहनत और तैयारी ने उन्हें इस दिशा में भी सफलता दिलाई।
यूपीएससी के चौथे प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त की और भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2017 बैच में शामिल हुईं। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम का ही नतीजा था कि वे इस चुनौतीपूर्ण परीक्षा में सफल हो सकीं।
गया नगर आयुक्त के रूप में शानदार प्रदर्शन :
अभिलाषा शर्मा (Abhilasha Sharma) की प्रशासनिक यात्रा की शुरुआत बेहद प्रभावशाली रही है। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपनी क्षमता और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया।
गया नगर आयुक्त के रूप में उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के तहत किए गए कार्यों में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनके नेतृत्व में गया शहर में स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार देखा गया, जिससे उनकी प्रशंसा व्यापक रूप से की गई। उनके प्रयासों ने न केवल गया शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाया, बल्कि उनके कार्यों ने प्रशासनिक जगत में उनकी साख को और मजबूत किया।
जमुई की पहली महिला डीएम :
अभिलाषा शर्मा के जमुई की पहली महिला जिलाधिकारी बनने के साथ ही जिले में एक नया इतिहास रचा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, 10 सितंबर 2024 को उन्होंने यह पदभार ग्रहण किया। उनके इस पद पर आने से जमुई जिले में प्रशासनिक नेतृत्व में महिलाओं की भागीदारी का एक नया अध्याय शुरू हुआ है।
अब तक जमुई जिले में 24 जिलाधिकारी रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब एक महिला को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि अभिलाषा शर्मा के प्रशासनिक कौशल और नेतृत्व क्षमता पर विश्वास का भी प्रमाण है।
अभिलाषा शर्मा (Abhilasha Sharma) की चुनौतियाँ और उम्मीदें :
जमुई जिले की डीएम के रूप में अभिलाषा शर्मा के सामने कई चुनौतियाँ हैं। जमुई एक ऐसा जिला है, जहाँ प्रशासनिक सुधारों की ज़रूरत हमेशा से महसूस की गई है। शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में कई समस्याएँ हैं, जिनका समाधान करना किसी भी जिलाधिकारी के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है।
अभिलाषा शर्मा के अनुभव और उनकी कार्यक्षमता को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि वे इन सभी चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक करेंगी। उनकी नेतृत्व क्षमता, तेज-तर्रार व्यक्तित्व और उनके द्वारा पूर्व में किए गए उत्कृष्ट कार्यों से यह साफ है कि जमुई में भी वे विकास और सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएंगी।
प्रेरणा का स्रोत :
अभिलाषा शर्मा की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है, जो जीवन में बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस रखता है। उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा, इंजीनियरिंग से प्रशासनिक सेवाओं तक का सफर, और यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त करना उन युवाओं के लिए एक मिसाल है, जो अपने सपनों को साकार करने की राह पर चलते हैं।
उनकी कहानी से यह सिखने को मिलता है कि कठिनाइयों से हार मानने के बजाय उन्हें अपनी ताकत बना लेना चाहिए। अपने सपनों को साकार करने के लिए अगर पूरी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ काम किया जाए, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं होती।
जमुई का भविष्य :
जमुई के निवासियों को अब अभिलाषा शर्मा से बड़ी उम्मीदें हैं। उनकी नई भूमिका में जिले के विकास, सामाजिक न्याय और प्रशासनिक सुधारों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वे महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बनी रहेंगी, और उनका नेतृत्व जमुई को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखता है।
अभिलाषा शर्मा की यात्रा संघर्ष और सफलता की कहानी है। हरियाणा से यूपीएससी तक की उनकी यात्रा ने साबित किया है कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। जमुई की पहली महिला डीएम के रूप में उनका आगमन निश्चित रूप से जिले के प्रशासनिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ रहा है।
उनका यह सफर, उनकी उपलब्धियाँ, और उनकी आगे की राह उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जो जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जमुई जिले को उनसे काफी उम्मीदें हैं, और यह उम्मीद की जाती है कि उनके नेतृत्व में जिले का विकास और सुधार गति पकड़ेगा।
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