Indian Premiere League 2025 : ऋषभ पंत का 27 करोड़ का करार , टैक्स कटौती और चोटिल हुए तो होगा नुकसान या फायदा
Indian Premiere League 2025 : ऋषभ पंत का 27 करोड़ का करार , टैक्स कटौती और चोटिल हुए तो होगा नुकसान या फायदा
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर ऋषभ पंत ने Indian Premiere League 2025 के मेगा ऑक्शन में एक नया इतिहास रचा। लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) ने उन्हें 27 करोड़ रुपये की भारी-भरकम बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया। यह आईपीएल के इतिहास में सबसे बड़ी बोली थी, जिसने ऋषभ पंत को टूर्नामेंट का सबसे महंगा खिलाड़ी बना दिया।
अब सवाल यह है कि क्या यह 27 करोड़ रुपये पूरे ऋषभ पंत के हाथ आएंगे या उन्हें इस पर टैक्स चुकाना पड़ेगा। इसके अलावा, अगर वह टूर्नामेंट से पहले या उसके दौरान चोटिल हो जाते हैं, तो उनका क्या हाल होगा? आइए इन सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें।
टैक्स के बाद ऋषभ पंत के हाथ में कितना पैसा आएगा ?
ऋषभ पंत को आईपीएल के मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये की बोली लगी, जो कि एक सीजन के लिए उनकी सैलरी मानी जाएगी। लेकिन हर कोई जानता है कि जो राशि फ्रेंचाईजी खिलाड़ियों के लिए खर्च करती है, वह पूरी तरह से उनके हाथ में नहीं जाती। भारतीय टैक्स सिस्टम के अनुसार, क्रिकेटरों को इस प्रकार की आय पर टैक्स देना पड़ता है।
टैक्स की गणना और पंत की वास्तविक कमाई
भारत में खिलाड़ियों की सैलरी पर 30% टैक्स दर लागू होती है। इसका मतलब है कि ऋषभ पंत की 27 करोड़ की सैलरी में से 8.1 करोड़ रुपये भारत सरकार को टैक्स के रूप में जाएंगे। इस प्रकार, टैक्स कटने के बाद पंत के हाथ में लगभग 18.9 करोड़ रुपये आएंगे।
इसके अतिरिक्त, अगर वह किसी अन्य राज्य या देश में आईपीएल के दौरान रहते हैं और वहां का कोई टैक्स लागू होता है, तो उन्हें उसका भी भुगतान करना पड़ सकता है। लेकिन भारत में यह टैक्स ही सबसे प्रमुख है।
चोटिल होने पर पंत के लिए क्या होंगे नियम ?
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें चोट लगने का जोखिम हमेशा बना रहता है। इसलिए, खिलाड़ियों की सुरक्षा और सैलरी की गारंटी के लिए आईपीएल में कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं। आइए जानते हैं कि अगर ऋषभ पंत चोटिल हो जाते हैं तो उनके साथ क्या होगा।
टूर्नामेंट के दौरान चोटिल होना
अगर ऋषभ पंत आईपीएल (Indian Premiere League) के दौरान चोटिल हो जाते हैं और वह टूर्नामेंट के बीच में खेलना बंद कर देते हैं, तो उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। फ्रेंचाईजी को नियमों के अनुसार, पूरी सैलरी देनी होगी, चाहे उन्होंने सीजन के बीच में चोट के कारण टूर्नामेंट छोड़ा हो।
टूर्नामेंट से पहले चोटिल होना
यदि ऋषभ पंत टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही चोटिल हो जाते हैं और खेलने में सक्षम नहीं होते हैं, तो स्थिति थोड़ी बदल जाती है। फ्रेंचाईजी के पास एक अन्य खिलाड़ी को उनके स्थान पर शामिल करने का अधिकार होता है। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के मामले में, अगर वह बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) की देखरेख में चोटिल होते हैं, तो उनका बीमा होता है। इस कारण उन्हें पूरी सैलरी मिल जाती है।
विदेशी खिलाड़ियों के लिए नियम
विदेशी खिलाड़ियों के मामले में, अगर वह टूर्नामेंट से पहले चोटिल होते हैं, तो उन्हें कोई पैसा नहीं मिलता। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को बीसीसीआई का समर्थन प्राप्त होता है, जो उन्हें बीमा के अंतर्गत पूरी सैलरी की सुरक्षा देता है।
बिना खेले भी मिल सकती है पूरी सैलरी
आईपीएल के नियमों के अनुसार, अगर कोई खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए चयनित होता है लेकिन उसे एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिलता है, तो भी उसे पूरी सैलरी दी जाती है। यह नियम खिलाड़ियों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करता है, ताकि टीम के साथ पूरे सीजन में जुड़े रहने के लिए उन्हें प्रोत्साहन मिले।
यदि किसी खिलाड़ी को व्यक्तिगत कारणों से टूर्नामेंट से हटना पड़ता है, तो उसे जितने मैच उसने खेले हैं, उसके हिसाब से ही भुगतान किया जाएगा। और अगर वह टूर्नामेंट के दौरान चोटिल हो जाता है, तो भी उसे पूरी सैलरी मिलती है।
Indian Premiere League में खिलाड़ी की सैलरी और वित्तीय सुरक्षा
आईपीएल न केवल खिलाड़ियों को शोहरत और नाम दिलाने का एक मंच है, बल्कि उनके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने का भी एक महत्वपूर्ण साधन है। आईपीएल में खिलाड़ियों की सैलरी को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं:
1. बीमा सुरक्षा:
- भारतीय खिलाड़ी, जो बीसीसीआई के अनुबंध में आते हैं, उनका बीमा कराया जाता है। इसका मतलब है कि अगर वह भारतीय टीम के लिए खेलते हुए चोटिल हो जाते हैं, तो उनकी सैलरी की सुरक्षा बीसीसीआई के अंतर्गत होती है।
- इस बीमा का मतलब है कि अगर वह आईपीएल के लिए उपलब्ध नहीं हो पाते, तो भी उन्हें सैलरी का नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
2. वित्तीय समझौते और करार:
- खिलाड़ियों के साथ करार तीन साल के लिए किया जाता है, लेकिन उनकी सैलरी एक सीजन के आधार पर तय की जाती है। अगर किसी खिलाड़ी के साथ एक सीजन के बाद फ्रेंचाईजी का समझौता समाप्त हो जाता है, तो उसे अगले सीजन के लिए नीलामी में फिर से शामिल होना पड़ता है।
- खिलाड़ियों को मिलने वाली सैलरी का भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जाता है, ताकि उनकी वित्तीय सुरक्षा बनी रहे।
ऋषभ पंत की वित्तीय स्थिति पर चोट का प्रभाव
ऋषभ पंत एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर आईपीएल और भारतीय टीम में जगह बनाई है। आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये की बोली ने उन्हें आर्थिक रूप से एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। हालांकि, उनके प्रदर्शन और फिटनेस के कारण उनके वित्तीय भविष्य पर चोट का प्रभाव पड़ सकता है।
करियर में चोट का इतिहास:
ऋषभ पंत को पिछले कुछ सालों में चोटों का सामना करना पड़ा है, जिससे उनके करियर पर प्रभाव पड़ा है। उनकी फिटनेस की स्थिति का सीधा असर उनकी आईपीएल सैलरी और टीम में उनके चयन पर पड़ सकता है।
स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और फाइनेंशियल प्लानिंग:
ऋषभ पंत के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह अपनी आईपीएल सैलरी का स्मार्ट तरीके से निवेश करें। उन्हें चाहिए कि वह अपने वित्तीय सलाहकारों से मार्गदर्शन लें और करियर के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित वित्तीय योजना बनाएं।
Indian Premiere League 2025 में ऋषभ पंत के लिए क्या होगा महत्वपूर्ण ?
आईपीएल (Indian Premiere League) 2025 में ऋषभ पंत के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वह अपनी फिटनेस पर ध्यान दें और टीम की उम्मीदों पर खरे उतरें। 27 करोड़ की सैलरी न केवल उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है।
आईपीएल में खिलाड़ियों की सैलरी और उनकी वित्तीय सुरक्षा को लेकर बने नियम खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऋषभ पंत को अपने करियर में चोटों से उबरना होगा और लगातार प्रदर्शन करना होगा ताकि वह अपनी इस बड़ी सैलरी को सही ठहराने के साथ-साथ एक सफल आईपीएल करियर भी बना सकें।
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