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Keratin And Botox Treatment : बालों की खूबसूरती बढ़ाने के चक्कर में सेहत पर पड़ सकता है असर: केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स
Keratin And Botox Treatment : बालों की खूबसूरती बढ़ाने के चक्कर में सेहत पर पड़ सकता है असर: केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स
Fact Of Keratin And Botox : आजकल खूबसूरत और चमकदार बाल पाने के लिए लोग तरह-तरह के हेयर ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं केराटिन और बोटोक्स (Keratin And Botox)ट्रीटमेंट। हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट्स का मुख्य उद्देश्य बालों को चमकदार, मुलायम और स्वस्थ दिखाना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये ट्रीटमेंट्स आपकी सेहत पर कितना असर डाल सकते हैं? ये सवाल आपके मन में जरूर उठना चाहिए क्योंकि इन ट्रीटमेंट्स में कैमिकल्स और हीट का उपयोग किया जाता है, जो बालों के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए भी खतरनाक हो सकते हैं। आइए, विस्तार से जानें केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट के फायदे और उनके संभावित नुकसान।
क्या है केराटिन ट्रीटमेंट?
केराटिन एक प्राकृतिक प्रोटीन है जो हमारे बालों और नाखूनों में पाया जाता है। बालों में इस प्रोटीन की कमी के कारण बाल रूखे, बेजान और कमजोर हो जाते हैं। केराटिन ट्रीटमेंट इस कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है। इसमें बालों पर फार्मेल्डीहाइड नामक कैमिकल और अन्य आवश्यक प्रोटीन लगाए जाते हैं, जो बालों को मुलायम और चमकदार बनाते हैं।
हालांकि, फार्मेल्डीहाइड एक ऐसा कैमिकल है जिसे कई देशों में कैंसरजनक माना गया है और इस पर बैन भी लगाया गया है। भारत में, इस कैमिकल का उपयोग अभी भी कुछ हद तक ट्रीटमेंट्स में किया जाता है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
केराटिन ट्रीटमेंट के फायदे:
- बालों को मुलायम और चमकदार बनाता है।
- बालों की फ्रिज़िनेस को कम करता है।
- लंबे समय तक टिकने वाला ट्रीटमेंट (3-6 महीने तक)।
केराटिन ट्रीटमेंट के नुकसान:
- फार्मेल्डीहाइड से बालों के साथ-साथ आपकी त्वचा और आंखों में जलन हो सकती है।
- अत्यधिक हीट का इस्तेमाल बालों को कमजोर कर सकता है।
- लगातार ट्रीटमेंट करवाने से बाल अंदर से कमजोर हो सकते हैं और टूटने लगते हैं।
- सांस की समस्या और स्किन एलर्जी हो सकती है, खासकर उन लोगों को जिनकी त्वचा संवेदनशील होती है।
हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट क्या है?
हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट बालों के लिए एक डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट है, जिसमें प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स का उपयोग करके बालों की आउटर लेयर पर कोटिंग की जाती है। इसे ‘बोटोक्स’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका असर बोटोक्स इंजेक्शन की तरह टेम्पररी होता है, जिससे बाल थोड़े समय के लिए स्वस्थ और चमकदार नजर आते हैं।
हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट के फायदे:
- बालों की गहराई से कंडीशनिंग करता है और उन्हें मुलायम बनाता है।
- बालों की फिजिकल अपीयरेंस को सुधारता है।
- फ्रिज़ को कम करने में मदद करता है।
- बालों की मोटाई को बढ़ाने में सहायता करता है।
हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट के नुकसान:
- इसका असर केवल 2-3 महीने तक ही रहता है।
- हेयर बोटोक्स में भी कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो कुछ लोगों के लिए एलर्जिक हो सकते हैं।
- लंबे समय तक इस्तेमाल करने से बालों की प्राकृतिक संरचना खराब हो सकती है।
- बोटोक्स ट्रीटमेंट के लिए की जाने वाली हीट थेरपी बालों को डैमेज कर सकती है।
केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट्स (Keratin And Botox Treatment) के लंबे समय के साइड इफेक्ट्स
1. बालों की प्राकृतिक चमक खत्म हो सकती है
जब आप बार-बार इन ट्रीटमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं, तो बालों में केमिकल्स की भरमार हो जाती है, जिससे बाल अंदर से कमजोर हो जाते हैं। इसके चलते बालों की प्राकृतिक चमक गायब हो सकती है, और बालों का रंग फीका पड़ सकता है।
2. बालों का गिरना और टूटना
केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट्स में उपयोग की जाने वाली हीट और केमिकल्स से बाल धीरे-धीरे टूटने लगते हैं। यह एक बहुत बड़ी समस्या है क्योंकि एक बार जब बाल कमजोर हो जाते हैं, तो उन्हें फिर से स्वस्थ बनाना मुश्किल हो जाता है। बालों का गिरना भी इन ट्रीटमेंट्स का एक आम साइड इफेक्ट है।
3. एलर्जी और त्वचा संबंधित समस्याएं
इन ट्रीटमेंट्स में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स से एलर्जी, जलन और स्किन रैशेज होने का खतरा रहता है। कुछ लोगों को तो स्किन पर बर्निंग सेंसेशन भी महसूस हो सकती है, खासकर उनकी स्कैल्प पर।
4. स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
फार्मेल्डीहाइड जैसे खतरनाक केमिकल्स सिर्फ बालों को ही नहीं, बल्कि आपकी सांस लेने की प्रणाली और आँखों को भी प्रभावित कर सकते हैं। लंबे समय तक इनका संपर्क शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
5. प्राकृतिक बालों की संरचना में बदलाव
बार-बार ट्रीटमेंट्स लेने से बालों की प्राकृतिक संरचना पूरी तरह से बदल सकती है। आपके बालों की लचक खत्म हो सकती है, और वे रूखे और बेजान नजर आने लगते हैं।
क्या केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट्स (Keratin And Botox Treatment) को छोड़ना ही बेहतर है?
बिलकुल नहीं, अगर सही तरीके और सीमित समय में इन ट्रीटमेंट्स का उपयोग किया जाए तो ये बालों के लिए लाभकारी भी हो सकते हैं। लेकिन अत्यधिक इस्तेमाल और बिना विशेषज्ञ की सलाह के इनका लगातार उपयोग करने से बालों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
प्राकृतिक उपायों का सहारा लें
अगर आप बालों की सेहत बनाए रखना चाहते हैं तो प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करें। इसमें नियमित रूप से तेल मालिश, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग, संतुलित आहार और पर्याप्त पानी पीना शामिल है। हफ्ते में एक बार डीप कंडीशनिंग हेयर मास्क का उपयोग भी बालों को पोषण देने में मदद कर सकता है।
ट्रीटमेंट्स करवाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
- हमेशा किसी अच्छे और विश्वसनीय हेयर सैलून से ही ट्रीटमेंट करवाएं।
- ट्रीटमेंट से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके बालों की स्थिति के अनुसार यह ट्रीटमेंट आपके लिए उपयुक्त है या नहीं।
- किसी भी ट्रीटमेंट के बाद बालों की देखभाल के लिए दिए गए सुझावों का पालन करें।
- बहुत ज्यादा ट्रीटमेंट्स से बचें और बालों को प्राकृतिक रूप से भी बढ़ने का मौका दें।
निष्कर्ष
बालों की देखभाल में केराटिन और बोटोक्स ट्रीटमेंट्स (Keratin And Botox Treatment) आपको तात्कालिक तौर पर शानदार परिणाम दे सकते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक और लगातार उपयोग सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। हमेशा ध्यान रखें कि प्राकृतिक सुंदरता और स्वस्थ बालों के लिए संतुलित जीवनशैली, सही खानपान, और प्राकृतिक उत्पादों का प्रयोग सबसे बेहतर विकल्प है।
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https://khabarhartaraf.com/world-heart-day-2024/
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https://ndtv.in/lifestyle/botox-and-keratin-treatment-of-hair-are-dangerous-for-health-6652247
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