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Measles Spread in US 2025 : अमेरिका में इस Dangerous बीमारी ने दी दस्तक, दूसरे बच्चे की हुई मौत- जान लीजिए लक्षण

Measles Spread in US : अमेरिका में इस Dangerous बीमारी ने दी दस्तक, दूसरे बच्चे की हुई मौत- जान लीजिए लक्षण

Measles in US : हाल ही में अमेरिका के टेक्सास राज्य से एक डरावनी खबर सामने आई है, जिसने दुनियाभर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है। टेक्सास में तेजी से फैल रहे खसरा (Measles) वायरस के कारण अब तक 600 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है। यह स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है क्योंकि खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो विशेष रूप से उन लोगों को अपनी चपेट में लेती है, जिन्होंने इसका वैक्सीन नहीं लिया होता

क्या है खसरा (Measles)?

खसरा, जिसे अंग्रेजी में Measles या Rubeola कहा जाता है, एक तीव्र और संक्रामक वायरल संक्रमण है। यह बीमारी Paramyxovirus परिवार के वायरस के कारण होती है। खसरा विशेष रूप से बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, खासकर यदि उसने वैक्सीनेशन नहीं कराया हो।

कैसे फैलता है खसरा (Measles)?

खसरा एक हवा के जरिए फैलने वाली बीमारी है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस हवा में फैल जाता है। यह हवा में 2 घंटे तक जीवित रह सकता है और उसी कमरे में मौजूद किसी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, चाहे वह व्यक्ति सीधे संपर्क में आया हो या नहीं।

फैलने के मुख्य कारण:

खसरे (Measles) के लक्षण क्या हैं?

खसरा धीरे-धीरे अपने लक्षण दिखाता है, जो शुरू में सामान्य बुखार जैसे लगते हैं, लेकिन कुछ दिनों में स्थिति गंभीर हो सकती है।

प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:

  1. तेज बुखार (102°F से अधिक)

  2. खांसी

  3. नाक बहना (Running Nose)

  4. आंखों में जलन और लालिमा (Conjunctivitis)

  5. शरीर पर लाल दाने (Rashes) – सबसे खास लक्षण, जो चेहरे से शुरू होकर पूरे शरीर में फैलते हैं।

  6. गले में खराश

  7. कमजोरी और थकावट

  8. मुँह के अंदर सफेद धब्बे (Koplik Spots) – यह खसरे की पहचान में मदद करते हैं।

अमेरिका में क्या है स्थिति?

टेक्सास स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान प्रकोप में अधिकांश संक्रमित वे लोग हैं, जिन्होंने MMR (Measles, Mumps, Rubella) वैक्सीन नहीं लिया था

विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका में खसरे के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि कुछ समूह वैक्सीनेशन को नजरअंदाज कर रहे हैं। खासकर धार्मिक या व्यक्तिगत कारणों से कुछ लोग बच्चों को वैक्सीन नहीं दिला रहे हैं, जिससे सामूहिक प्रतिरक्षा (herd immunity) कमजोर हो गई है।

MMR वैक्सीन क्यों है ज़रूरी?

MMR वैक्सीन खसरा, मम्प्स (गलगंड) और रूबेला से बचाव के लिए दिया जाता है। यह वैक्सीन बच्चों को दो बार दी जाती है:

  1. पहली खुराक – 12 से 15 महीने की उम्र में

  2. दूसरी खुराक – 4 से 6 साल की उम्र में

MMR वैक्सीन लगभग 97% तक प्रभावी होता है अगर दोनों डोज़ समय पर दी जाएं।

खसरा कितना खतरनाक हो सकता है?

खसरा केवल एक सामान्य बुखार नहीं है – यह कई गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है:

WHO के अनुसार, हर साल दुनिया भर में खसरे के कारण लगभग 1,40,000 लोगों की मृत्यु होती है, जिनमें से अधिकांश 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे होते हैं।

क्या खसरा (Measles) दोबारा हो सकता है?

यदि किसी व्यक्ति को एक बार खसरा हो चुका है या उसने MMR वैक्सीन की दोनों खुराक ली हैं, तो उसे आमतौर पर दोबारा संक्रमण का खतरा नहीं होता। लेकिन टीकाकरण न करने वाले वयस्कों को संक्रमण का खतरा बना रहता है।

बचाव कैसे किया जाए?

  1. MMR वैक्सीन जरूर लगवाएं

    • यह सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका है।

  2. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें

    • यदि आपके आस-पास किसी को खसरा है, तो उससे दूरी बनाएं।

  3. हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान दें

    • नियमित रूप से हाथ धोना वायरस से बचाव में मदद करता है।

  4. बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी करें

    • किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अगर किसी को खसरा (Measles) हो जाए तो क्या करें?

अमेरिका से भारत के लिए चेतावनी

भारत जैसे देश, जहाँ खसरे के मामले पहले से मौजूद हैं, अमेरिका में फैलते इस संक्रमण से चेतावनी लेनी चाहिए। यदि हम समय पर अपने बच्चों को टीका नहीं दिलवाते, तो भारत में भी स्थिति गंभीर हो सकती है।

भारत सरकार की खसरा रोकथाम योजना

भारत में खसरा और रूबेला उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। इसका लक्ष्य 2023 तक खसरा और रूबेला को पूरी तरह खत्म करना था, लेकिन अब इसे और बढ़ाया जा रहा है।

सरकार द्वारा निःशुल्क वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।

निष्कर्ष (Conclusion):

खसरा कोई साधारण बीमारी नहीं है। अमेरिका में दो बच्चों की मौत और सैकड़ों लोगों का संक्रमित होना इस बात का संकेत है कि यदि हम सावधानी नहीं बरतेंगे, तो यह बीमारी महामारी का रूप ले सकती है। इसका केवल एक ही प्रभावी उपाय है – समय पर वैक्सीनेशन।

अब समय आ गया है कि हम इस विषय को हल्के में न लें और बच्चों के साथ-साथ वयस्कों की भी सुरक्षा सुनिश्चित करें। टीकाकरण केवल एक व्यक्तिगत फैसला नहीं है – यह सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

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https://youtu.be/q2hkcwUeE0Q?si=U93NvFK2bHJnSnc7

 

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