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Health Benefits Of Triphala : प्रकृति की वह औषधि जो पेट की गन्दगी साफ़ करे और जाने इसके 6 चमत्कारी फायदे

Health Benefits Of Triphala : प्रकृति की वह औषधि जो पेट की गन्दगी साफ़ करे और जाने इसके 6 चमत्कारी फायदे

आयुर्वेद में त्रिफला (Triphala ) का महत्व सदियों से बना हुआ है। यह एक ऐसी चमत्कारी औषधि है, जिसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ रखने और कई बीमारियों से बचाने में मददगार साबित होता है। त्रिफला तीन प्रमुख जड़ी-बूटियों – आंवला, हरड़ और बहेड़ा – का मिश्रण है, जो मिलकर इसे एक अद्वितीय औषधि बनाते हैं। इस लेख में हम त्रिफला के स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे और समझेंगे कि कैसे यह शरीर को अंदर से शुद्ध और तंदुरुस्त बनाता है।

त्रिफला (Triphala ) में पाए जाने वाले पोषक तत्व :

आज हमारी जीवन शैली काफी व्यस्त हो गयी है और आज भागदौड़ से भरे जीवन में हम हर चीज़ तुरंत पाने की इच्छा रखते हैं, जिसके कारण हम आज प्रकृति के अद्भुत ख़ज़ाने को भूलते जा रहे हैं और तरह तरह की बिमारियों के शिकार भी हो रहे हैं। इसी ख़ज़ाने में से नाम है त्रिफला ( Triphala ) का जिसके अद्भुत फायदों से हम आज अवगत होंगे।

त्रिफला में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसे एक सम्पूर्ण स्वास्थ्य टॉनिक बनाते हैं। इनमें विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, और विभिन्न मिनरल्स शामिल हैं। इन तत्वों के कारण त्रिफला न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करता है, बल्कि अन्य कई शारीरिक प्रक्रियाओं में भी मददगार साबित होता है।

त्रिफला के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ :

  1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
    त्रिफला चूर्ण का सबसे प्रमुख लाभ इसके पाचन संबंधी गुणों में निहित है। आयुर्वेद में इसे पेट के लिए रामबाण औषधि माना गया है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और खाना आसानी से पचता है। इसके अलावा, त्रिफला गैस, अपच, और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में भी सहायक है। नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से पेट में जमा गंदगी साफ हो जाती है, जिससे आंतें स्वस्थ रहती हैं और शरीर में हल्कापन महसूस होता है।
  2. ब्लड शुगर को नियंत्रित करे
    त्रिफला चूर्ण का सेवन ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक प्राकृतिक उपाय है। त्रिफला में मौजूद एंटी-डायबिटिक गुण शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं। नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से शुगर लेवल को नियंत्रण में रखा जा सकता है, जिससे मधुमेह की जटिलताओं से बचा जा सकता है।
  3. वजन नियंत्रित करने में सहायक
    आजकल वजन बढ़ने की समस्या आम हो गई है, और इसके लिए लोग विभिन्न उपाय अपनाते हैं। लेकिन त्रिफला चूर्ण के सेवन से वजन को नियंत्रित करना आसान हो सकता है। त्रिफला मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे कैलोरी बर्न होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करते हैं, उनका वजन तेजी से कम होता है और शरीर में फैट की मात्रा भी घटती है।
  4. इन्फ्लेमेशन को कम करे
    शरीर में इन्फ्लेमेशन या सूजन कई बीमारियों का कारण बन सकता है। त्रिफला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। त्रिफला का सेवन फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं और विभिन्न बीमारियों का कारण बनते हैं। इससे हृदय रोग, डायबिटीज, और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
  5. त्वचा के लिए फायदेमंद
    त्रिफला न केवल शरीर के आंतरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि त्वचा के लिए भी अत्यधिक लाभकारी है। त्रिफला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और इसे स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं। त्रिफला का सेवन त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और इसे नई ऊर्जा प्रदान करता है। इससे त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और झुर्रियों व दाग-धब्बों से छुटकारा मिलता है।
  6. आंतों में जमी गंदगी को साफ करे
    आयुर्वेद में त्रिफला का प्रमुख उपयोग आंतों की सफाई के लिए होता है। यह आंतों में जमा गंदगी को साफ करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। त्रिफला का नियमित सेवन कब्ज, एसिडिटी, और अन्य पेट की समस्याओं से बचाता है। इसके अलावा, यह आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सहायक है, जिससे पाचन तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ती है।

त्रिफला (Triphala ) का सेवन कैसे करें ?

त्रिफला चूर्ण का सेवन करने के लिए आप इसे पानी या शहद के साथ ले सकते हैं। रात में सोने से पहले या सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से अधिक लाभ मिलता है। त्रिफला का चूर्ण, काढ़ा, या कैप्सूल के रूप में सेवन किया जा सकता है। हालांकि, इसका सेवन किसी विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही करना चाहिए, ताकि आपको इसका अधिकतम लाभ मिल सके।

सावधानियाँ :

हालांकि त्रिफला प्राकृतिक औषधि है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। गर्भवती महिलाएँ, बच्चों, या गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें। इसके अलावा, त्रिफला का अत्यधिक सेवन पेट में दर्द या दस्त की समस्या पैदा कर सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लें।

निष्कर्ष

त्रिफला (Triphala ) एक ऐसा चमत्कारी चूर्ण है, जो न केवल शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने से लेकर वजन नियंत्रित करने तक, त्रिफला के अनगिनत लाभ हैं। इसका नियमित सेवन आपके शरीर की काया पलट सकता है और आपको एक स्वस्थ जीवन की दिशा की ओर अग्रसर कर सकता है। इसलिए, अगर आप अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं तो त्रिफला को अपने जीवन में शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें।

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